'इंडियाज गॉट लेटेंट' शो पर विवाद: रणवीर अल्लाहबादिया के आपत्तिजनक बयान पर कानूनी कार्रवाई की मांग
हाल ही में यूट्यूब शो 'इंडियाज गॉट लेटेंट' में अतिथि के रूप में शामिल हुए यूट्यूबर रणवीर अल्लाहबादिया ने एक प्रतियोगी से पूछा, "क्या आप अपने माता-पिता की यौन क्रियाओं को देखना चाहेंगे?" इस आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद देशभर में उनके खिलाफ कई एफआईआर दर्ज की गई हैं। अब, रणवीर ने इन सभी एफआईआर को एकसाथ मिलाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है।
महाराष्ट्र साइबर विभाग ने शो के होस्ट समय रैना, रणवीर अल्लाहबादिया और अन्य 28 व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। विभाग ने आईटी एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज करते हुए शो के सभी 18 एपिसोड्स को हटाने की मांग की है। जांच में पाया गया कि शो के दौरान कई प्रतिभागियों, जजों और अतिथियों ने "अश्लील और अभद्र" भाषा का उपयोग किया है।
इस विवाद के बाद, ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन (AICWA) ने केंद्रीय गृह मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री से शो पर प्रतिबंध लगाने और इसके निर्माताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। रणवीर अल्लाहबादिया ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो संदेश में माफी मांगते हुए कहा, "मुझे 'इंडियाज गॉट लेटेंट' पर जो कहा, नहीं कहना चाहिए था। मैं माफी चाहता हूं... मेरी टिप्पणी न केवल अनुचित थी, बल्कि यह मजाकिया भी नहीं थी। कॉमेडी मेरा क्षेत्र नहीं है, मैं सिर्फ माफी मांगने के लिए यहां हूं।"
दिल्ली के एक सुप्रीम कोर्ट वकील ने भी रणवीर अल्लाहबादिया, समय रैना और अन्य के खिलाफ साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें शो को "अश्लील सामग्री" के लिए प्रतिबंधित करने की मांग की गई है। इस विवाद के बढ़ने के साथ, शो के होस्ट समय रैना ने सभी एपिसोड्स को यूट्यूब से हटा दिया है। रणवीर अल्लाहबादिया ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर देशभर में उनके खिलाफ दर्ज सभी एफआईआर को एकसाथ मिलाने की मांग की है, ताकि कानूनी प्रक्रिया को सरल बनाया जा सके।