भारत-रूस संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए राष्ट्रपति पुतिन जल्द करेंगे भारत दौरा
नई दिल्ली: भारत और रूस अपने द्विपक्षीय संबंधों को अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर ले जाने के लिए तैयार हैं। इसी कड़ी में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जल्द ही भारत का दौरा करने वाले हैं। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा की तैयारियां की जा रही हैं।
लावरोव ने एक टेलीविजन संबोधन में कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार चुने जाने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए रूस को चुना था। अब हमारी बारी है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा के लिए व्यवस्थाएं की जा रही हैं।" हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह दौरा किस महीने या तारीख को होगा।
भारत और रूस के बीच लंबे समय से घनिष्ठ कूटनीतिक, रक्षा और व्यापारिक संबंध रहे हैं। दोनों देश ऊर्जा, सैन्य सहयोग, अंतरिक्ष अनुसंधान और व्यापार जैसे क्षेत्रों में साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में काम कर रहे हैं। पुतिन की यह यात्रा इन संबंधों को और गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच कई महत्वपूर्ण समझौते हो सकते हैं, विशेष रूप से रक्षा और आर्थिक सहयोग को लेकर। रूस, भारत का सबसे बड़ा रक्षा आपूर्तिकर्ता रहा है, और दोनों देशों के बीच कई संयुक्त सैन्य परियोजनाएं भी चल रही हैं। इसके अलावा, भारत और रूस के बीच व्यापारिक संबंधों को और बढ़ाने की दिशा में भी इस यात्रा के दौरान बातचीत होने की संभावना है।
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की इस संभावित मुलाकात पर वैश्विक नजरें टिकी हुई हैं, खासकर ऐसे समय में जब भू-राजनीतिक परिस्थितियां तेजी से बदल रही हैं। भारत और रूस दोनों ही बहुपक्षीय संगठनों जैसे ब्रिक्स, एससीओ और जी-20 में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, और इस दौरे से उनकी रणनीतिक साझेदारी को नई मजबूती मिलने की उम्मीद है।