अमेरिका का विश्व स्वास्थ्य संगठन से हटने का निर्णय: वैश्विक स्वास्थ्य पर प्रभाव
वॉशिंगटन- राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को घोषणा की कि संयुक्त राज्य अमेरिका विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से बाहर निकल जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि WHO ने COVID-19 महामारी और अन्य अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य संकटों को ठीक से नहीं संभाला है। ट्रंप ने यह भी कहा कि WHO सदस्य देशों के "अनुचित राजनीतिक प्रभाव" से स्वतंत्र रूप से कार्य करने में विफल रहा है और अमेरिका से अन्य बड़े देशों, जैसे चीन, की तुलना में "अनुचित रूप से भारी भुगतान" की मांग की है।
WHO ने इस निर्णय पर खेद व्यक्त करते हुए उम्मीद जताई है कि अमेरिका अपने फैसले पर पुनर्विचार करेगा। संगठन ने कहा, "हम दुनिया भर के लाखों लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण के लाभ के लिए अमेरिका के साथ साझेदारी को बनाए रखने के लिए रचनात्मक बातचीत में शामिल होने के लिए तत्पर हैं।"
जर्मनी के स्वास्थ्य मंत्री कार्ल लॉटरबाख ने इस निर्णय को वैश्विक स्वास्थ्य प्रयासों के लिए एक महत्वपूर्ण झटका बताया और कहा कि जर्मनी राष्ट्रपति ट्रंप को इस फैसले को पलटने के लिए मनाने का प्रयास करेगा। जर्मनी WHO का दूसरा सबसे बड़ा राष्ट्रीय दाता है, जो एजेंसी के वित्तपोषण का लगभग 3% योगदान देता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका के इस कदम से वैश्विक स्वास्थ्य प्रयासों में वित्तीय और नेतृत्व का एक बड़ा शून्य पैदा होगा, जिसे चीन जैसे देश भरने की कोशिश कर सकते हैं, जिससे उनकी वैश्विक प्रभाव में वृद्धि हो सकती है।
यह निर्णय अमेरिकी वैश्विक स्वास्थ्य नीति में एक नाटकीय बदलाव को दर्शाता है और महामारी से लड़ने के अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों से वाशिंगटन को अलग कर सकता है। ट्रंप ने WHO के कई आलोचकों को सार्वजनिक स्वास्थ्य के शीर्ष पदों पर नामित किया है, जिनमें रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर भी शामिल हैं, जो स्वास्थ्य और मानव सेवा सचिव के पद के लिए उम्मीदवार हैं।
यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप प्रशासन ने WHO से हटने का प्रयास किया है। 2020 में, ट्रंप ने WHO से अमेरिका की वापसी की प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन उनके उत्तराधिकारी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस फैसले को पलट दिया था।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने कहा, "हमें उम्मीद है कि अमेरिका इस फैसले पर पुनर्विचार करेगा और साझेदारी बनाए रखने के लिए रचनात्मक बातचीत करेगा।" अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस निर्णय के प्रभावों पर नजर रखे हुए है, क्योंकि यह वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा और महामारी की तैयारियों के लिए गंभीर परिणाम ला सकता है।