जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में संदिग्ध आईईडी विस्फोट: दो सैनिक शहीद
जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर के ललेली क्षेत्र में आज एक संदिग्ध इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) विस्फोट में दो भारतीय सेना के जवान शहीद हो गए। सेना के व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर इस घटना की पुष्टि की और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। पोस्ट में कहा गया, "व्हाइट नाइट कॉर्प्स दो वीर सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान को सलाम और श्रद्धांजलि अर्पित करता है।"
सूत्रों के अनुसार, शहीदों की पहचान कैप्टन के.एस. बक्शी और सिपाही मुकेश के रूप में हुई है। यह विस्फोट उस समय हुआ जब सेना की एक टीम नियंत्रण रेखा के पास बाड़ की गश्त कर रही थी। विस्फोट के तुरंत बाद, सेना ने क्षेत्र में अपना दबदबा बढ़ाया और तलाशी अभियान शुरू किया।
यह घटना सुरक्षा बलों के लिए एक गंभीर चुनौती प्रस्तुत करती है, क्योंकि आईईडी हमले आतंकवादियों द्वारा सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए एक प्रमुख हथियार बन गए हैं। इससे पहले भी, नवंबर 2019 में, अखनूर के पलांवाला क्षेत्र में एक आईईडी विस्फोट में एक जवान शहीद और दो अन्य घायल हुए थे।
अखनूर क्षेत्र में हाल के दिनों में आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है। अक्टूबर 2024 में, आतंकवादियों ने सेना के एक काफिले पर हमला किया था, जिसमें एक आतंकवादी मारा गया था। इस घटना में कोई सैनिक हताहत नहीं हुआ था, लेकिन सेना के एक श्वान 'फैंटम' की गोली लगने से मृत्यु हो गई थी।
सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियां इन घटनाओं के मद्देनजर क्षेत्र में सुरक्षा उपायों को और मजबूत कर रही हैं। स्थानीय लोगों से अपील की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना सुरक्षा बलों को दें, ताकि ऐसे हमलों को रोका जा सके और क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनी रहे।
शहीद हुए सैनिकों के परिवारों के प्रति पूरे देश में शोक और संवेदना व्यक्त की जा रही है। उनके बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा, और यह घटना हमें यह याद दिलाती है कि हमारे सुरक्षा बल किस प्रकार के खतरों का सामना करते हुए हमारी सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।