पाकिस्तान के मस्जिद में भीषण बम विस्फोट: 5 की मौत, कई घायल
अक्कोरा खट्टक: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के अक्कोरा खट्टक जिले में शुक्रवार को एक मस्जिद में भीषण बम विस्फोट हुआ, जिसमें कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। यह घटना जुमे की नमाज के दौरान हुई, जब मस्जिद में सैकड़ों लोग इबादत के लिए एकत्र हुए थे।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अब्दुल रशीद के अनुसार, धमाके के तुरंत बाद राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां कई की हालत गंभीर बनी हुई है। सुरक्षा एजेंसियां मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई हैं और विस्फोट के कारणों का पता लगाने का प्रयास कर रही हैं।
स्थानीय प्रशासन ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाएगा। हालांकि, अभी तक किसी भी आतंकवादी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। लेकिन पुलिस और सुरक्षा बल इस हमले को आतंकी साजिश मानकर जांच कर रहे हैं। इस धमाके के बाद इलाके में दहशत का माहौल है और सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है। मस्जिदों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है, ताकि किसी भी अन्य संभावित हमले को रोका जा सके।
गौरतलब है कि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत लंबे समय से आतंकवादी गतिविधियों से प्रभावित रहा है। इस क्षेत्र में कई बार सुरक्षा बलों और नागरिकों को निशाना बनाकर हमले किए गए हैं। पाकिस्तान में हाल के वर्षों में धार्मिक स्थलों पर हमलों की घटनाएं बढ़ी हैं, जिससे आम जनता के बीच भय का माहौल बना हुआ है। स्थानीय लोगों ने इस कृत्य की कड़ी निंदा की है और सरकार से हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। अस्पतालों में घायलों के इलाज के लिए आपातकालीन सेवाएं सक्रिय कर दी गई हैं, और प्रशासन ने पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।
विस्फोट के पीछे किसका हाथ है, इसे लेकर अभी जांच जारी है, लेकिन अधिकारियों का मानना है कि यह हमला क्षेत्र में अशांति फैलाने के उद्देश्य से किया गया है। पाकिस्तान सरकार और सुरक्षा एजेंसियां इस तरह के हमलों को रोकने के लिए लगातार प्रयासरत हैं, लेकिन आतंकी गतिविधियों पर पूरी तरह से काबू पाना अभी भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। इस भयावह घटना ने एक बार फिर पाकिस्तान में सुरक्षा चिंताओं को उजागर किया है। प्रशासन ने आम नागरिकों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना देने की अपील की है।