डोनाल्ड ट्रंप ने हमास को बंधकों की वापसी के लिए दी सख्त समय सीमा
अमेरिका- पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर चर्चा में आकर मध्य पूर्व संकट पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। ट्रंप ने हाल ही में हमास को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उसने बंधकों को समय पर रिहा नहीं किया, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी आतंकी संगठन को बंधकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं दी जा सकती।
डोनाल्ड ट्रंप ने एक सार्वजनिक सभा में बोलते हुए कहा, "हमास ने जो किया है, वह न केवल मानवता के खिलाफ अपराध है, बल्कि यह पूरी दुनिया के लिए एक चुनौती है। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर वे बंधकों को जल्द से जल्द नहीं छोड़ते हैं, तो उन्हें इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।" ट्रंप ने यह भी कहा कि यदि वे राष्ट्रपति होते, तो इस तरह की स्थिति को पहले ही संभाल लिया गया होता। उन्होंने बाइडेन प्रशासन की आलोचना करते हुए कहा कि मौजूदा नेतृत्व की कमजोरी के कारण ही हमास जैसे संगठन को इतनी हिम्मत हुई।
हमास ने हाल ही में इजरायल पर बड़े पैमाने पर हमले किए थे, जिसमें कई नागरिकों की मौत हुई और सैकड़ों लोगों को बंधक बना लिया गया। इनमें से कई अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं। इजरायल की सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए गाजा पर हमले तेज कर दिए हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि बंधकों को तत्काल रिहा करना अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत अनिवार्य है। उन्होंने इस मुद्दे पर अन्य देशों से भी समर्थन की अपील की है, ताकि हमास पर दबाव बढ़ाया जा सके।
बाइडेन प्रशासन ने इस मामले में कड़ी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि अमेरिका अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाएगा। हालांकि, डोनाल्ड ट्रंप ने मौजूदा प्रशासन की प्रतिक्रिया को "धीमी और कमजोर" करार दिया।मध्य पूर्व के विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप का बयान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तनाव को और बढ़ा सकता है। हालांकि, इससे हमास पर दबाव जरूर बढ़ेगा।
डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान उनके सख्त रुख और नेतृत्व शैली को दर्शाता है। हमास के लिए यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि वह इस चेतावनी पर क्या प्रतिक्रिया देता है, क्योंकि इजरायल और अमेरिका दोनों इस मामले में कार्रवाई के लिए तैयार दिख रहे हैं।