हश मनी मामले में बड़ी राहत मिली डोनाल्ड ट्रंप को, अदालत ने उन्हें बिना शर्त रिहा कर दिया है
अमेरिका- अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हश मनी मामले में बड़ी राहत मिली है। मैनहट्टन की एक अदालत ने उन्हें सभी 34 आरोपों से बिना शर्त रिहा कर दिया है, जिससे अब उनके व्हाइट हाउस में दूसरे कार्यकाल के लिए लौटने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
न्यायाधीश जुआन मर्चेन ने शुक्रवार, 10 जनवरी 2025 को ट्रंप को औपचारिक रूप से सजा सुनाई, लेकिन कोई दंड, जुर्माना या प्रतिबंध नहीं लगाया। इसका अर्थ है कि ट्रंप को जेल की सजा या किसी अन्य दंड का सामना नहीं करना पड़ेगा।
यह मामला 2016 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को चुप रहने के लिए 1,30,000 अमेरिकी डॉलर के भुगतान से संबंधित था। आरोप था कि ट्रंप ने अपने सहयोगी के माध्यम से यह भुगतान किया ताकि डेनियल्स उनके साथ कथित संबंधों के बारे में सार्वजनिक रूप से बात न करें।
सुनवाई के दौरान ट्रंप वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित हुए और उन्होंने इस मामले को अपने खिलाफ एक राजनीतिक साजिश करार दिया। उन्होंने कहा, "यह बहुत ही भयानक अनुभव रहा। मुझे लगता है कि यह न्यूयॉर्क और न्यूयॉर्क की अदालत प्रणाली के लिए झटका है।"
न्यायाधीश मर्चेन ने अपने फैसले में कहा कि यह मामला असाधारण है और इसमें बड़ा विरोधाभास है। उन्होंने कहा कि इस मामले ने मीडिया में सुर्खियां बटोरीं, लेकिन अदालत में यह मामला कुछ और ही है।
इस फैसले के बाद ट्रंप अमेरिका के इतिहास में पहले ऐसे राष्ट्रपति बन गए हैं, जिन्हें किसी आपराधिक मामले में दोषी ठहराए जाने के बावजूद बिना शर्त रिहाई मिली है। अब वे 20 जनवरी 2025 को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।
इस निर्णय से ट्रंप के समर्थकों में खुशी की लहर है, जबकि उनके विरोधी इसे न्याय प्रणाली की विफलता के रूप में देख रहे हैं। फिर भी, यह स्पष्ट है कि ट्रंप का राजनीतिक करियर इस फैसले के बाद और मजबूत हुआ है, और वे अपने दूसरे कार्यकाल के लिए तैयार हैं।