वक्फ संशोधन बिल पर संयुक्त समिति की रिपोर्ट लोकसभा अध्यक्ष को सौंपी
वक्फ बिल पर गठित संसद की संयुक्त समिति ने अपनी रिपोर्ट लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सौंप दी है। समिति की अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने बिरला से मुलाकात कर यह रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस रिपोर्ट में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के सदस्यों द्वारा सुझाए गए परिवर्तनों को शामिल किया गया है, जिससे विपक्षी दलों ने इसे वक्फ बोर्डों को नष्ट करने का प्रयास बताया है।
समिति ने बुधवार को बहुमत से अपनी रिपोर्ट को मंजूरी दी, जिसमें 15 मत पक्ष में और 11 विपक्ष में थे। इस रिपोर्ट में वक्फ बोर्डों के संचालन और संरचना में महत्वपूर्ण बदलावों का प्रस्ताव किया गया है। विपक्षी दलों ने इन परिवर्तनों पर आपत्ति जताते हुए इसे वक्फ बोर्डों की स्वायत्तता और प्रभावशीलता को कमजोर करने का आरोप लगाया है।
विपक्षी दलों का कहना है कि इन परिवर्तनों से वक्फ बोर्डों की स्वायत्तता और प्रभावशीलता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा, जिससे मुस्लिम समुदाय की धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं की स्वतंत्रता पर खतरा उत्पन्न होगा। वे इसे वक्फ बोर्डों को नष्ट करने का प्रयास मानते हैं।
समिति की रिपोर्ट अब लोकसभा में प्रस्तुत की जाएगी, जहां इसे चर्चा और अनुमोदन के लिए रखा जाएगा। यह प्रक्रिया संसद के आगामी सत्र में पूरी की जाएगी। रिपोर्ट के प्रस्तुत होने के बाद, सरकार और विपक्ष दोनों के लिए यह महत्वपूर्ण होगा कि वे इस पर विचार करें और आवश्यक संशोधन करें, ताकि वक्फ बोर्डों की स्वायत्तता और प्रभावशीलता सुनिश्चित हो सके।
इस रिपोर्ट के बाद, वक्फ बोर्डों के संचालन और संरचना में प्रस्तावित परिवर्तनों पर व्यापक चर्चा की आवश्यकता है, ताकि सभी पक्षों की चिंताओं का समाधान किया जा सके और मुस्लिम समुदाय की धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं की स्वतंत्रता की रक्षा की जा सके।