प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुनीता विलियम्स और क्रू-9 के अंतरिक्ष यात्रियों का स्वागत किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरिक्ष में नौ महीने से अधिक समय बिताने के बाद धरती पर लौटे सुनीता विलियम्स और क्रू-9 के अंतरिक्ष यात्रियों का हार्दिक स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा, "वेलकम बैक, #Crew9! धरती ने आपको याद किया।"
नासा के क्रू-9 ने बुधवार तड़के स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्ष यान से पृथ्वी पर वापसी की और भारतीय समयानुसार सुबह 3:27 बजे फ्लोरिडा तट के पास समुद्र में सफलतापूर्वक लैंडिंग की। नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर ने 5 जून 2023 को नासा के बोइंग क्रू फ्लाइट टेस्ट के तहत अंतरिक्ष यात्रा की थी। हालांकि, उनकी आठ दिनों की यात्रा तकनीकी कारणों से बढ़कर 286 दिनों की हो गई, क्योंकि स्टारलाइनर में कुछ समस्याएँ सामने आईं।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस नौ महीने की यात्रा को "धैर्य, साहस और असीमित मानव आत्मा की परीक्षा" बताया और अंतरिक्ष यात्रियों के कठिन परिश्रम और समर्पण की सराहना की। उन्होंने लिखा, "सुनीता विलियम्स और #Crew9 के अंतरिक्ष यात्रियों ने एक बार फिर हमें यह सिखाया है कि असली दृढ़ संकल्प क्या होता है। अज्ञात की विशालता के सामने उनकी अटूट प्रतिबद्धता करोड़ों लोगों को प्रेरित करती रहेगी।"
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि अंतरिक्ष अन्वेषण का उद्देश्य मानव क्षमता की सीमाओं को पार करना, सपने देखने का साहस रखना और उन सपनों को साकार करने की हिम्मत जुटाना है। उन्होंने सुनीता विलियम्स की प्रशंसा करते हुए लिखा, "सुनीता विलियम्स एक अग्रणी और एक प्रेरणादायक आइकन हैं। उन्होंने अपने पूरे करियर में इस भावना को मूर्त रूप दिया है।"
प्रधानमंत्री ने न केवल अंतरिक्ष यात्रियों बल्कि उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने वाली पूरी टीम की सराहना की। उन्होंने लिखा, "हम उन सभी लोगों पर गर्व करते हैं जिन्होंने उनकी सुरक्षित वापसी के लिए अथक परिश्रम किया। उन्होंने दिखाया कि जब सटीकता और जुनून, तकनीक और दृढ़ता एक साथ मिलती है, तो असंभव भी संभव हो जाता है।"
सुनीता विलियम्स और उनके साथियों की इस लंबी अंतरिक्ष यात्रा ने न केवल वैज्ञानिक अनुसंधान को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है, बल्कि भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के लिए भी एक मिसाल कायम की है। उनकी यह यात्रा आने वाले समय में अंतरिक्ष अन्वेषण की दिशा में नए आयाम स्थापित करेगी।