महाकुंभ 2025: भगदड़ के अगले दिन हि एकवार फिर सेक्टर 22 में लगी भीषण आग, 12 टेंट जलकर खाक
प्रयागराज: प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 के दौरान, एक दिन पहले हुई भगदड़ की दुखद घटना के बाद, गुरुवार को सेक्टर 22 के छतनाग घाट के पास फिर एकवार भीषण आग लग गई। इस आग में कम से कम 12 टेंट जलकर खाक हो गए। हालांकि, इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आग दोपहर के समय लगी और तेजी से फैलते हुए आसपास के टेंटों को अपनी चपेट में ले लिया। आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन प्रारंभिक जांच में सिलेंडर फटने की आशंका जताई जा रही है। मौके पर मौजूद दमकल विभाग की टीमों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आग पर काबू पाया और आगे के नुकसान को रोका।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर चिंता व्यक्त की है और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस मामले की निष्पक्ष और त्वरित जांच कराने का आग्रह किया है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे घटना की विस्तृत जांच करें और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।
महाकुंभ मेला क्षेत्र में सुरक्षा और आपदा प्रबंधन के इंतजामों पर अब सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि एक ही सप्ताह में भगदड़ और आग जैसी दो बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे संयम बनाए रखें और मेले के दौरान जारी किए गए सुरक्षा निर्देशों का पालन करें।
इस घटना के बाद, मेला क्षेत्र में सुरक्षा उपायों को और कड़ा किया गया है। अधिकारियों ने सभी टेंटों और शिविरों की सुरक्षा जांच शुरू कर दी है, विशेष रूप से गैस सिलेंडरों और बिजली के उपकरणों की स्थिति की समीक्षा की जा रही है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने अतिरिक्त दमकल गाड़ियों और आपदा प्रबंधन टीमों को तैनात किया है। साथ ही, मेला क्षेत्र में निगरानी बढ़ाने के लिए सीसीटीवी कैमरों की संख्या में वृद्धि की गई है और नियंत्रण कक्ष को 24x7 सक्रिय रखा गया है।
महाकुंभ 2025 में हुई इन घटनाओं ने प्रशासन और आयोजन समिति के लिए गंभीर चुनौतियां प्रस्तुत की हैं। आवश्यक है कि सभी संबंधित विभाग समन्वय स्थापित कर सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें, ताकि श्रद्धालु बिना किसी भय के अपने धार्मिक अनुष्ठान संपन्न कर सकें।