नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़: 18 मृत, रेलवे ने मुआवजे की घोषणा की
नई दिल्ली- नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार को हुई भगदड़ में मृतकों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है, जबकि प्रारंभिक रिपोर्टों में 15 लोगों की मौत और कई घायल होने की सूचना थी। यह हादसा तब हुआ जब हजारों श्रद्धालु उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले के लिए ट्रेनों में सवार होने के लिए स्टेशन पर एकत्रित हुए थे। महाकुंभ मेला विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है, जहां करोड़ों लोग पवित्र स्नान के लिए गंगा नदी के तट पर जुटते हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भगदड़ उस समय मची जब कुछ यात्री एक फुटओवर ब्रिज से प्लेटफॉर्म पर उतरते समय फिसल गए, जिससे अफरा-तफरी मच गई। स्थिति तब और बिगड़ गई जब प्लेटफॉर्म परिवर्तन की घोषणा की गई, जिससे भीड़ में भ्रम और बढ़ गया। एक प्रत्यक्षदर्शी, निखिल कुमार, जो स्टेशन पर एक दुकान चलाते हैं, ने बताया, "भीड़ बेकाबू हो गई और किसी के नियंत्रण में नहीं रही।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, "भगदड़ से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल शीघ्र स्वस्थ हों। अधिकारी प्रभावितों की हर संभव सहायता कर रहे हैं।" रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं ताकि भगदड़ के कारणों का पता लगाया जा सके।
भारतीय रेलवे ने मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों को 1 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। रेलवे के एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि यह सहायता प्रभावित परिवारों को इस कठिन समय में संबल प्रदान करने के लिए है।
दिल्ली पुलिस ने रविवार को घटना की जांच शुरू कर दी है और सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा कर रही है ताकि भगदड़ के कारणों का पता लगाया जा सके। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "हम सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण कर रहे हैं और प्रत्यक्षदर्शियों से बात कर रहे हैं ताकि यह समझा जा सके कि घटना कैसे घटी।"
इस दुखद घटना ने रेलवे स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा उपायों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, विशेषकर ऐसे समय में जब बड़ी संख्या में यात्री धार्मिक आयोजनों के लिए यात्रा कर रहे होते हैं। पिछले साल भी, मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर दिवाली और छठ पूजा के दौरान गोरखपुर जाने वाली ट्रेन में चढ़ने की कोशिश में दस लोग घायल हो गए थे, जिसके बाद दिल्ली रेल मंडल ने भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष उपायों की घोषणा की थी। इनमें अतिरिक्त टिकट काउंटर, पूछताछ काउंटर, खानपान सेवाएं, पेयजल सुविधाएं और मोबाइल शौचालय जैसी सुविधाएं शामिल थीं। इसके अलावा, प्लेटफॉर्म टिकटों की बिक्री भी निलंबित कर दी गई थी ताकि स्टेशनों पर भीड़ को कम किया जा सके।
इस घटना के बाद, उम्मीद की जा रही है कि रेलवे और संबंधित प्राधिकरण भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा उपायों को और सुदृढ़ करेंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाना आवश्यक है, विशेषकर बड़े धार्मिक या सामाजिक आयोजनों के दौरान जब भीड़ का दबाव अधिक होता है।