शेख हसीना ने हत्या के प्रयास से बाल-बाल बचने का किया खुलासा
बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने एक ऑडियो संदेश में खुलासा किया है कि 5 अगस्त 2024 को वह और उनकी बहन शेख रेहाना मात्र 20-25 मिनट के अंतर से मौत के मुंह से बच निकलीं। यह ऑडियो संदेश उनकी पार्टी अवामी लीग के फेसबुक पेज पर साझा किया गया है।
77 वर्षीय शेख हसीना ने कांपती आवाज में कहा, "हम मौत से सिर्फ 20-25 मिनट के अंतर से बच गए। मुझे लगता है कि यह अल्लाह की मर्जी थी, नहीं तो मैं इस बार नहीं बच पाती।" उन्होंने अपने राजनीतिक विरोधियों पर उन्हें मरवाने की साजिश रचने का आरोप लगाया और कहा, "मैं पीड़ा में हूं, मैं अपने देश, अपने घर से दूर हूं, सब कुछ जल गया है।"
शेख हसीना ने इससे पहले भी कई जानलेवा हमलों का सामना किया है। 21 अगस्त 2004 को ढाका में एक आतंकवाद विरोधी रैली के दौरान उन पर ग्रेनेड हमला हुआ था, जिसमें 24 लोग मारे गए थे और 500 से अधिक घायल हुए थे। साल 2000 में कोटालीपारा में एक रैली स्थल के पास 76 किलोग्राम का बम बरामद हुआ था, जहां वह भाषण देने वाली थीं।
पिछले वर्ष 5 अगस्त को छात्रों के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद शेख हसीना की अवामी लीग सरकार गिर गई थी। सुरक्षा बलों ने उन्हें सरकारी आवास खाली करने के लिए 45 मिनट का समय दिया था, जिसके बाद उन्हें सैन्य हवाई अड्डे ले जाया गया और वायुसेना के विमान से भारत भेजा गया।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने शेख हसीना के खिलाफ मानवता के खिलाफ अपराधों के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया है और उनके प्रत्यर्पण की मांग की है। भारत ने इस पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। शेख हसीना के इस खुलासे ने बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति में नई हलचल पैदा कर दी है, और उनके समर्थक तथा विरोधी दोनों ही इस पर तीखी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।