राजौरी के बढ़ाल गांव में रहस्यमयी बीमारी से 17 मौतें, तालाब के पानी में कीटनाशक की पुष्टि
राजौरी- जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के बढ़ाल गांव में एक रहस्यमयी बीमारी से अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है, जिससे स्थानीय समुदाय में भय और चिंता का माहौल है। सबसे अधिक प्रभावित मोहम्मद असलम का परिवार है, जिन्होंने अपने माता-पिता और सभी छह बच्चों सहित कुल आठ परिजनों को खो दिया है।
बीमारी के लक्षणों में बुखार, शरीर में दर्द, मतली, अत्यधिक पसीना आना और बेहोशी शामिल हैं। मरीजों की हालत तेजी से बिगड़ती है, जिससे अस्पताल में भर्ती होने के कुछ ही दिनों के भीतर उनकी मृत्यु हो जाती है। स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने जांच के दौरान गांव के तालाब के पानी के नमूने लिए, जिनमें कीटनाशकों की मौजूदगी की पुष्टि हुई है। इसके बाद तालाब को सील कर दिया गया है।
जम्मू-कश्मीर की स्वास्थ्य मंत्री सकीना मसूद ने कहा है कि घबराने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि अब तक की जांच में किसी संक्रामक बीमारी के संकेत नहीं मिले हैं। उन्होंने बताया कि मृतकों के नमूनों में न्यूरोटॉक्सिन पाया गया है, जो संभवतः कीटनाशक से संबंधित हो सकता है। सरकार ने पुणे के भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR), दिल्ली के राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC), ग्वालियर के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और PGI चंडीगढ़ जैसे राष्ट्रीय स्तर के स्वास्थ्य संस्थानों की मदद ली है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एक उच्च स्तरीय अंतर-मंत्रालयी टीम का गठन किया है, जो गांव में पहुंचकर मौतों के कारणों की जांच कर रही है। टीम में स्वास्थ्य, कृषि, रसायन और जल संसाधन मंत्रालय के विशेषज्ञ शामिल हैं, जो आगे की मौतों को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आपराधिक साजिश की संभावना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। स्थानीय निवासियों को सलाह दी गई है कि वे तालाब के पानी का उपयोग न करें और किसी भी अस्वस्थता के लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लें। प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है और स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है।