डीआरडीओ ने स्वदेशी 'नाग मार्क 2' एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल का सफल परीक्षण किया
राजस्थान: रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने सोमवार को स्वदेशी रूप से विकसित 'नाग मार्क 2' एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल का सफल फील्ड मूल्यांकन परीक्षण किया। यह परीक्षण राजस्थान के पोखरण फील्ड रेंज में भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में संपन्न हुआ।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, 'नाग मार्क 2' तीसरी पीढ़ी की 'फायर-एंड-फॉरगेट' एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल है, जो लक्ष्य को पहचानने और नष्ट करने में सक्षम है। परीक्षण के दौरान, मिसाइल ने अधिकतम और न्यूनतम दोनों रेंज पर लक्ष्यों को सटीकता से नष्ट किया, जिससे इसकी मारक क्षमता प्रमाणित हुई।
परीक्षण के दौरान 'नाग मिसाइल कैरियर' (संस्करण 2) का भी मूल्यांकन किया गया। इन सफल परीक्षणों के साथ, पूरा हथियार प्रणाली अब भारतीय सेना में शामिल होने के लिए तैयार है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ, भारतीय सेना और उद्योग जगत को इस सफलता पर बधाई दी है। डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत ने भी सभी संबंधित पक्षों के प्रयासों की सराहना की, जिन्होंने इस मिसाइल को सेना में शामिल होने के लिए तैयार किया।
'नाग' मिसाइल प्रणाली भारत की स्वदेशी रक्षा क्षमताओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो देश की आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देती है। इसकी उन्नत तकनीक और सटीकता भारतीय सेना की मारक क्षमता में महत्वपूर्ण वृद्धि करेगी।