भारत-चीन वार्ता: कैलाश-मानसरोवर यात्रा और सीधी उड़ानें फिर से शुरू करने पर सहमति
भारत और चीन के बीच हाल ही में आयोजित दो दिवसीय विदेश सचिव-स्तरीय वार्ता में दोनों देशों ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। इनमें कैलाश-मानसरोवर यात्रा को आगामी गर्मियों में पुनः आरंभ करने और दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानों को फिर से शुरू करने पर सैद्धांतिक सहमति शामिल है।
भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार, कैलाश-मानसरोवर यात्रा को पुनः शुरू करने के लिए मौजूदा समझौतों के तहत संबंधित तंत्र यात्रा की रूपरेखा और अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं पर चर्चा करेगा। यह निर्णय तीर्थयात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण विकास है, जो लंबे समय से इस पवित्र यात्रा के फिर से शुरू होने की प्रतीक्षा कर रहे थे।
इसके अतिरिक्त, दोनों देशों ने लगभग पांच वर्षों के अंतराल के बाद सीधी हवाई सेवाओं को फिर से शुरू करने पर भी सहमति व्यक्त की है। यह कदम द्विपक्षीय संबंधों में सुधार का संकेत देता है, विशेष रूप से 2020 में हिमालयी सीमा पर हुए सैन्य संघर्ष के बाद उत्पन्न तनाव के मद्देनजर। सीधी उड़ानों के फिर से शुरू होने से दोनों देशों के बीच व्यापार, पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
हाल के महीनों में, भारत और चीन के बीच उच्च-स्तरीय बैठकों की एक श्रृंखला हुई है, जिसमें भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मुलाकात भी शामिल है। इन बैठकों ने द्विपक्षीय संबंधों में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
हालांकि, दोनों देशों के बीच कुछ मुद्दों पर मतभेद बने हुए हैं, जैसे कि तिब्बत में चीन द्वारा एक जलविद्युत बांध का निर्माण, जो भारत और बांग्लादेश के लिए संभावित जल प्रवाह के प्रभावों के कारण चिंता का विषय है। इसके बावजूद, दोनों पक्षों ने तिब्बत में पवित्र स्थलों की तीर्थयात्राओं को फिर से शुरू करने और सीमा पार नदियों पर सहयोग बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की है।
इन निर्णयों के साथ, भारत और चीन के बीच संबंधों में स्थिरता और सहयोग की नई संभावनाएं उभर रही हैं, जो क्षेत्रीय शांति और विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं