नागपुर दंगे के मास्टरमाइंड फहीम खान की अवैध इमारत ढहाई गई
नागपुर: नागपुर नगर निगम (NMC) ने सोमवार को अशी नगर जोन के संजय बाग कॉलोनी में स्थित दंगे के मास्टरमाइंड फहीम खान की अवैध दो मंजिला इमारत को ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई नगर निगम द्वारा अवैध निर्माणों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत की गई। नगर निगम की अतिक्रमण विरोधी टीम ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में इस अवैध रिहायशी संरचना को गिराया। इस दौरान इलाके में तनाव की स्थिति बनी रही, लेकिन सुरक्षा बलों की सतर्कता के कारण कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।
सुबह करीब 10 बजे नगर निगम की टीम दो जेसीबी मशीनों के साथ मौके पर पहुंची। पुलिस बल के भारी सुरक्षा घेरे के बीच तोड़फोड़ अभियान शुरू किया गया। देखते ही देखते पूरी इमारत को जमींदोज कर दिया गया। नगर निगम अधिकारियों के अनुसार, फहीम खान की यह इमारत बिना किसी वैध अनुमति के बनाई गई थी, और इसे लेकर पहले भी नोटिस जारी किए गए थे। बावजूद इसके, अवैध निर्माण को नहीं हटाया गया, जिसके बाद निगम ने सख्त कदम उठाते हुए इसे गिराने का फैसला किया।
अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई अवैध निर्माणों को हटाने की नगर निगम की व्यापक योजना का हिस्सा है, जिसमें शहर भर में नियमों को ताक पर रखकर बनाए गए अनधिकृत ढांचों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है। संजय बाग कॉलोनी में अवैध निर्माण गिराने की खबर फैलते ही मौके पर स्थानीय लोग भी इकट्ठा हो गए। कुछ लोगों ने कार्रवाई पर आपत्ति जताई, लेकिन पुलिस की कड़ी निगरानी के कारण कोई हंगामा नहीं हुआ। फहीम खान, जिसे नागपुर दंगों का मास्टरमाइंड बताया जाता है, के इस अवैध निर्माण को लेकर स्थानीय प्रशासन पहले से ही सतर्क था। अधिकारियों का कहना है कि शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने और अवैध गतिविधियों पर लगाम कसने के लिए ऐसे कदम उठाए जा रहे हैं। नगर निगम का यह अभियान जारी रहेगा और शहर में अन्य अवैध निर्माणों पर भी जल्द कार्रवाई की जाएगी। नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि संजय बाग कॉलोनी में और भी कई अवैध इमारतों की पहचान की गई है और उनके खिलाफ भी जल्द ही कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग नियमों को ताक पर रखकर अवैध निर्माण करते हैं, उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
इस कार्रवाई के दौरान नगर निगम और पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद था। किसी भी संभावित विरोध या हंगामे से निपटने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि यह सुनिश्चित किया गया था कि कार्रवाई के दौरान कोई कानून-व्यवस्था की स्थिति न बिगड़े।
नगर निगम की इस कार्रवाई के बाद शहर के अन्य अवैध निर्माणों के मालिकों में भी खलबली मच गई है। कई लोग अब अपने निर्माणों के वैध कागजात तैयार कराने में जुट गए हैं। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अवैध निर्माणों पर सख्ती से निपटा जाएगा और इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।