भारत ने इजरायल और हमास के बीच संघर्षविराम समझौते का स्वागत किया
नई दिल्ली: भारत ने गुरुवार को इजरायल और हमास के बीच हुए संघर्षविराम समझौते का स्वागत करते हुए उम्मीद जताई कि यह कदम मानवीय राहत प्रदान करने और चल रहे संघर्ष का शांतिपूर्ण समाधान तलाशने की दिशा में मददगार साबित होगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “हम इजरायल और हमास के बीच संघर्षविराम समझौते का स्वागत करते हैं। यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जो क्षेत्र में स्थिरता और शांति बहाल करने की दिशा में सहायक हो सकता है।" भारत ने जोर देकर कहा कि इस संघर्षविराम के जरिए प्रभावित लोगों को आवश्यक मानवीय सहायता और राहत प्रदान की जानी चाहिए।
भारत ने हमेशा इजरायल और फिलिस्तीन के बीच बातचीत के माध्यम से एक स्थायी और शांतिपूर्ण समाधान की आवश्यकता पर बल दिया है। इस संदर्भ में, भारत ने संघर्ष के सभी पक्षों से संयम बरतने और क्षेत्र में तनाव कम करने का आह्वान किया।
यह संघर्षविराम ऐसे समय में हुआ है जब क्षेत्र में हाल के हफ्तों में हिंसा और संघर्ष ने गहराई से मानवीय संकट पैदा कर दिया था। इसके कारण दोनों पक्षों में सैकड़ों लोगों की मौत और भारी नुकसान हुआ। भारत ने संघर्ष के दौरान प्रभावित हुए निर्दोष नागरिकों के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त की।
भारत ने यह भी कहा कि क्षेत्र में स्थायी शांति केवल संवाद और समझौतों के माध्यम से ही संभव है। भारत ने दोनों पक्षों से आग्रह किया कि वे संघर्षविराम को एक अवसर के रूप में लें और भविष्य में स्थायी समाधान के लिए ठोस कदम उठाएं।
गौरतलब है कि भारत का रुख हमेशा से यह रहा है कि वह इजरायल और फिलिस्तीन दोनों के बीच शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व का समर्थन करता है। भारत दो-राष्ट्र समाधान की अवधारणा का पक्षधर है, जिसमें इजरायल और फिलिस्तीन दोनों स्वतंत्र और संप्रभु राज्यों के रूप में साथ-साथ रह सकें।