गुजरात के डीसा में गोदाम विस्फोट की वजह फोरेंसिक जांच में साफ, 21 लोगों की मौत
गुजरात– गुजरात के डीसा कस्बे के पास एक गोदाम में हुए भीषण विस्फोट और आग की घटना की वजह फॉरेंसिक जांच में सामने आ गई है। पुलिस ने बुधवार को बताया कि इस भयावह धमाके के पीछे एल्यूमिनियम पाउडर था, जो आमतौर पर पटाखे बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस हादसे में 21 लोगों की जान चली गई थी।
बनासकांठा जिले के पुलिस अधीक्षक अक्षयराज माकवाना ने जानकारी दी कि फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की टीम ने मौके पर जांच के दौरान एल्यूमिनियम पाउडर के साथ-साथ येलो डेक्सट्रिन पाउडर भी पाया, जो आमतौर पर पटाखों के निर्माण में इस्तेमाल होता है। हालांकि, पुलिस अभी इस बात की जांच कर रही है कि क्या गोदाम में अवैध रूप से पटाखे बनाए जा रहे थे या फिर वहां केवल भंडारण किया गया था।
यह भयावह विस्फोट मंगलवार सुबह करीब 9:45 बजे औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एक गोदाम में हुआ था, जो बनासकांठा जिले के मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर दूर स्थित है। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि श्रमिकों के शरीर के टुकड़े 200 से 300 मीटर दूर तक उड़कर गिर गए।
अधिकारियों के अनुसार, इस गोदाम में रहने वाले कुछ मजदूरों के परिवार भी इस दुर्घटना की चपेट में आ गए। भारी आरसीसी छत के टुकड़े उनके ऊपर गिरने से कई लोग दबकर मौत के शिकार हो गए।
इस भीषण हादसे के बाद पुलिस और प्रशासन ने विस्तृत जांच शुरू कर दी है। इलाके में अवैध पटाखा निर्माण या विस्फोटक सामग्री के अवैध भंडारण की संभावनाओं को खंगाला जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और इस त्रासदी के पीछे की असली वजह जल्द सामने लाई जाएगी।
स्थानीय प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है, वहीं घायलों का इलाज कराया जा रहा है। इस घटना ने पूरे इलाके में दहशत और दुख का माहौल पैदा कर दिया है।