दिल्ली हाईकोर्ट ने आतिशी और प्रवेश वर्मा को चुनाव याचिकाओं पर नोटिस जारी किया
दिल्ली हाईकोर्ट ने बुधवार को आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता आतिशी और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता प्रवेश वर्मा को हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर नोटिस जारी किया। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, इन याचिकाओं में दोनों नेताओं के चुनाव को रद्द करने की मांग की गई है।
हाईकोर्ट में दायर याचिका में आरोप लगाया गया है कि आतिशी ने चुनाव प्रचार के दौरान भ्रष्ट आचरण किया, जिसमें फर्जी वीडियो बनाकर बीजेपी की छवि खराब करने और सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग करने जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं। अंग्रेजी समाचार पत्र द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, याचिकाकर्ता ने दावा किया कि आतिशी ने चुनाव जीतने के लिए अनुचित तरीकों का सहारा लिया और इससे चुनाव की निष्पक्षता प्रभावित हुई।
वहीं, बीजेपी नेता प्रवेश वर्मा के खिलाफ दायर याचिका में भी उनके चुनाव को चुनौती दी गई है। हालांकि, इस मामले में आरोपों का विस्तृत विवरण अभी सामने नहीं आया है। हाईकोर्ट ने दोनों नेताओं को नोटिस जारी करते हुए उनसे जवाब मांगा है और इस मामले पर अगली सुनवाई की तारीख तय की जाएगी।
आम आदमी पार्टी और आतिशी की ओर से इन आरोपों पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन पार्टी सूत्रों के अनुसार, वे इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित बता रहे हैं। पार्टी का मानना है कि बीजेपी जानबूझकर आम आदमी पार्टी के नेताओं को कानूनी विवादों में उलझाकर उनकी छवि धूमिल करने की कोशिश कर रही है।
दूसरी ओर, बीजेपी ने इन आरोपों को गंभीर बताते हुए कहा है कि चुनाव में निष्पक्षता और पारदर्शिता बनाए रखना बेहद जरूरी है। पार्टी नेताओं ने कहा कि अगर आतिशी ने चुनाव के दौरान सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग किया है, तो इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषी पाए जाने पर उचित कार्रवाई की जानी चाहिए।
दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी को एक बार फिर से बहुमत मिला था, और आतिशी ने अपनी सीट पर जीत दर्ज की थी। हालांकि, चुनाव परिणामों के बाद विपक्ष ने कई बार आप नेताओं पर चुनाव प्रचार के दौरान सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाया था। अब इन आरोपों को लेकर हाईकोर्ट में कानूनी लड़ाई शुरू हो गई है, जिससे दिल्ली की राजनीति में एक नया मोड़ आ सकता है।
इस मामले में आगे की सुनवाई और कोर्ट के फैसले पर सभी की नजरें टिकी रहेंगी, क्योंकि इसका असर दिल्ली की राजनीति पर पड़ सकता है। अगर कोर्ट इन आरोपों को गंभीरता से लेता है, तो इससे आम आदमी पार्टी के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं। वहीं, बीजेपी के प्रवेश वर्मा के खिलाफ दायर याचिका पर भी पार्टी की प्रतिक्रिया महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि यह दिखाएगा कि दोनों पक्ष एक-दूसरे के चुनाव को कानूनी रूप से चुनौती देने के लिए कितने तैयार हैं।