'छावा' फिल्म ने छत्रपति संभाजी महाराज का इतिहास सामने लाया, औरंगज़ेब के प्रति जनाक्रोश भड़का: देवेंद्र फडणवीस
नागपुर – महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में नागपुर में हुई हिंसा और आगजनी पर चर्चा करते हुए कहा कि मराठा राजा छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर बनी ब्लॉकबस्टर फिल्म 'छावा' ने उनके इतिहास को जनता के सामने लाने का काम किया है और इसके चलते मुगल शासक औरंगज़ेब के खिलाफ जनाक्रोश और अधिक मुखर हो गया है।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने यह भी स्पष्ट किया कि वह किसी फिल्म को हिंसा के लिए ज़िम्मेदार नहीं ठहराते। उन्होंने कहा, "फिल्म 'छावा' ने छत्रपति संभाजी महाराज का गौरवशाली इतिहास जनता तक पहुंचाया और उनकी भावनाएं प्रबल हुईं। साथ ही, औरंगज़ेब के प्रति जनाक्रोश भी खुलकर सामने आ रहा है। इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए, कानून और व्यवस्था बनाए रखना आवश्यक है और सभी को संयम रखना चाहिए।"
फडणवीस ने सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कोई दंगा फैलाने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, चाहे वह किसी भी जाति या धर्म का हो। उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र सरकार किसी भी तरह की अराजकता बर्दाश्त नहीं करेगी और प्रशासन कानून के दायरे में रहकर उचित कदम उठाएगा।
नागपुर में हुई हिंसा और आगजनी के बाद, सरकार की ओर से कड़े सुरक्षा इंतज़ाम किए गए हैं और शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है। मुख्यमंत्री ने सभी राजनीतिक दलों और जनता से आग्रह किया कि वे किसी भी तरह की अफवाहों से बचें और शांति बनाए रखें। उन्होंने कहा कि किसी भी ऐतिहासिक घटना को लेकर समाज में वैमनस्य फैलाने की कोशिश नहीं होनी चाहिए, बल्कि राज्य की प्रगति और भाईचारे को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
महाराष्ट्र में औरंगज़ेब को लेकर समय-समय पर विवाद खड़ा होता रहा है। हाल ही में, छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित 'छावा' फिल्म की अपार सफलता के बाद यह मुद्दा फिर से चर्चा में आ गया। संभाजी महाराज को हिंदवी स्वराज्य की रक्षा करने वाले योद्धा के रूप में सम्मान दिया जाता है, और उनकी मुगलों के खिलाफ लड़ाई को महाराष्ट्र की जनता आज भी प्रेरणा के रूप में देखती है।
मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद, राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मच गई है। विपक्षी दलों ने सरकार से सवाल किया है कि यदि कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ रही है, तो प्रशासन ने इसे रोकने के लिए पहले से क्या कदम उठाए थे। वहीं, सत्तारूढ़ दल ने जनता से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और किसी भी तरह की हिंसा से दूर रहें। फिलहाल, महाराष्ट्र सरकार स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए सतर्क है और सुरक्षा एजेंसियां किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए तैनात हैं।