अमेरिका ने क्यूबा को आतंकी प्रायोजक देशों की सूची से हटाने का फैसला किया, क्यूबा ने 553 कैदियों की रिहाई का किया ऐलान
अमेरिका- अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में एक ऐतिहासिक फैसला लेते हुए क्यूबा को आतंकवाद प्रायोजक देशों की सूची से हटाने की घोषणा की है। यह कदम क्यूबा और अमेरिका के बीच संबंध सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में देखा जा रहा है। इसके जवाब में, क्यूबा ने घोषणा की है कि वह 553 कैदियों को रिहा करेगा।
बाइडेन प्रशासन ने यह फैसला क्यूबा के साथ लंबे समय से चल रहे तनावपूर्ण संबंधों को बेहतर बनाने के उद्देश्य से लिया है। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि यह निर्णय गहन समीक्षा और विभिन्न विभागों के बीच विचार-विमर्श के बाद लिया गया है। यह कदम ओबामा प्रशासन के दौरान शुरू हुए क्यूबा के साथ संबंध सुधारने के प्रयासों का ही हिस्सा है, जिसे डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के दौरान रोक दिया गया था।
क्यूबा सरकार ने इस कदम का स्वागत किया और इसे दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली का संकेत बताया। क्यूबा ने कहा कि 553 कैदियों की रिहाई इस बात का प्रमाण है कि वह मानवाधिकारों और पारस्परिक सहयोग को महत्व देता है। रिहा किए जा रहे कैदियों में कई ऐसे लोग शामिल हैं जिन्हें राजनीतिक गतिविधियों और विरोध प्रदर्शनों के कारण गिरफ्तार किया गया था।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस फैसले से अमेरिका और क्यूबा के बीच व्यापार, पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान में वृद्धि हो सकती है। हालांकि, बाइडेन के इस कदम की कुछ अमेरिकी सांसदों ने आलोचना भी की है। उन्होंने कहा है कि क्यूबा को इस सूची से हटाने से पहले और कड़े कदम उठाने की आवश्यकता थी।
यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब बाइडेन अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में हैं और इसे उनके द्वारा अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में अपनी विरासत को मजबूत करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। क्यूबा-अमेरिका संबंधों पर इस फैसले का प्रभाव आने वाले वर्षों में और स्पष्ट होगा।