अर्जेंटीना ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से बाहर निकलने की घोषणा की
अर्जेंटीना- अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जावियर मिलेई ने बुधवार को घोषणा की कि देश विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से बाहर निकल जाएगा। यह निर्णय COVID-19 महामारी के प्रबंधन में WHO की नीतियों से अर्जेंटीना की "गहरी असहमतियों" के कारण लिया गया है। राष्ट्रपति के प्रवक्ता मैनुएल अडोर्नी के अनुसार, मिलेई ने यह कदम उठाया है क्योंकि WHO की नीतियों ने अर्जेंटीना की राष्ट्रीय संप्रभुता और स्वास्थ्य प्रबंधन पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है।
यह कदम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा जनवरी में WHO से अमेरिका की सदस्यता समाप्त करने के बाद उठाया गया है। ट्रंप ने अपने पहले दिन कार्यालय में रहते हुए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए थे, जिसमें अमेरिका को WHO से बाहर करने की प्रक्रिया शुरू की गई थी।
अर्जेंटीना की सरकार ने स्पष्ट किया है कि WHO से बाहर निकलने से देश के स्वास्थ्य प्रणाली की गुणवत्ता पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। अडोर्नी ने कहा कि अर्जेंटीना WHO से वित्तीय सहायता प्राप्त नहीं करता है, इसलिए इस निर्णय से स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर कोई असर नहीं होगा।
इस निर्णय के बाद, अर्जेंटीना की सरकार ने WHO से औपचारिक रूप से बाहर निकलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जो एक वर्ष बाद प्रभावी होगी। इस दौरान, अर्जेंटीना अपनी स्वास्थ्य नीतियों और कार्यक्रमों को स्वतंत्र रूप से निर्धारित करने में सक्षम होगा।
यह कदम अर्जेंटीना और WHO के बीच बढ़ती असहमति और वैश्विक स्वास्थ्य प्रबंधन पर विभिन्न देशों की बढ़ती चिंताओं को दर्शाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस निर्णय से WHO की वित्तीय स्थिति पर प्रभाव पड़ सकता है, क्योंकि अमेरिका और अर्जेंटीना जैसे देशों के योगदान से संगठन की वित्तीय स्थिरता प्रभावित होती है। अर्जेंटीना के इस निर्णय से वैश्विक स्वास्थ्य समुदाय में चर्चा का विषय बन गया है, और यह देखा जाएगा कि अन्य देश भी WHO से बाहर निकलने के बारे में विचार करते हैं या नहीं।